प्रत्येक लग्न - कुंडली के लिए शुभ अशुभ , पाप ग्रह - कोनसे हे ?

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प्रत्येक लग्न - कुंडली के लिए शुभ अशुभ, पाप  ग्रह - 1 

यह तो सभी लोग जानते हे की ग्रह नैसर्गिक शुभ और अशुभ होते हे । चन्द्र , गुरु, शुक्र और बुध नैसर्गिक शुभ ग्रह माने गए हे । परंतु ध्यान रहे बुध जब सूर्य एवं अन्य अशुभ ग्रह जे साथ नहीं होता तब ही नैसर्गिक शुभ माना गया हे  । सूर्य, मंगल , शनि, राहू व केतू स्वाभाविक अर्थात नैसर्गिक अशुभ ग्रह अथवा पाप ग्रह माने गए हे । 

ग्रहो की नैसर्गिक शुभता , अशुभता के अतिरिक्त विभिन्न लगनों के लिए जन्म कुंडली मे ग्रहो के भावो मे स्वामित्व के अनुसार शुभता, अशुभता भी होती हे ।  एसी स्थिति मे वह ग्रह उस जन्म कुंडली के लिए शुभ, अशुभ माने जाते हे । जेसे शुक्र नैसर्गिक शुभ ग्रह हे । परंतु किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली मे लग्न से भाव के स्वामित्व अनुशार शुक्र अशुभ भी हो सकता हे ।


शुभ अशुभ ग्रह इन कुंडली , धन कारक ग्रह , केसे जाने कोनसे ग्रह शुभ भाव में हे या अशुभ भाव में हे , कुंडली में शुभ अशुभ ग्रह की पहचान , पाप ग्रह कोनसे हे . कुंडली में ग्रहों का स्थान .

 

जन्म कुंडली मे प्रथम, चतुर्थ , पंचम , सप्तम ,नवम , दशम भाव के स्वामी ग्रह शुभ माने गए हे । परंतु यदि इन भावो के स्वामी ग्रह नैसर्गिक शुभ हो तो वह उस जन्म कुंडली अर्थात लग्न के लिए अशुभ माने जाते हे या यू कहो की अशुभ हो जाते हे । 

रोग के ज्योतिष उपचार 

 

 दूसरा और सप्तम भाव मारक स्थान माने गए हे अर्थात जीवन को हानी पहुचाने वाले हे । मृत्यु या जीवन हानी का जब विचार किया जाता हे तो मारक स्थान 2-7 व इन स्थानो मे स्थित राशियो के स्वामी अर्थात मार्केश पर भी विचार किया जाता हे परंतु यह भाव भौतिक ,सांसरिक लाभ एवं सफलता व प्रसन्नता देने मे भी समर्थ माए गए हे । 

यहा दिये गए सभी नियमो और शास्त्रनुसार प्रत्येक लग्न राशि के लिए ग्रहो कि शुभता , अशुभता को श्रेणीबद्ध किया गया हे जो इस प्रकार हे ।  ज्योतिष इन हिन्दी, हिन्दी एस्ट्रोलोजी बुक्स

मेष लग्न : मेष लग्न राशि के लिए सूर्य, मंगल , गुरु और शनि शुभ हे । चन्द्र , बुध और शुक्र अशुभ ग्रह की श्रेणी मे आते हे । प्राय: शनि अशुभ सिद्ध होता हे ।

वृषभ लग्न : इस लग्न राशि के लिए सूर्य, शुक्र और शनि शुभ हे और चन्द्र, गुरु अशुभ श्रेणी मे आते हे । मंगल इस लग्न राही के लिए सम अर्थात निसपक्ष और बुध शुभ होता हे ।

मिथुन लग्न : यदि मिथुन लग्न राशि हो तो सूर्य , मंगल और गुरु अशुभ ,चन्द्र बुध सम और शुक्र शनि शुभ होते हे । 

कर्क लग्न : कर्क लग्न के लिए मंगल, गुरु , शुभ , सूर्य , चन्द्र, शनि निसपक्ष अर्थात सम और बुध , शुक्र अशुभ होते हे ।

सिंह लग्न : इस लग्न के राशि के लिए सूर्य , मंगल, गुरु, शुभ और चन्द्र , शनि सम और बुध , शुक्र अशुभ होते हे ।

कन्या लग्न : इस लग्न राशि के लिए शुक्र , शनि शुभ ,सूर्य बुध सम, मंगल गुरु और चन्द्र अशुभ होते हे ।

तुला लग्न : इस लग्न राशि के लिए सूर्य, चन्द्र ,गुरु, अशुभ , शुक्र सम और मंगल , बुध और शनि शुभ होते हे ।

वृशिक लग्न : इस लग्न राशि के लिए सूर्य , चन्द्र , गुरु अरु शनि शुभ और मंगल सम ,बुध और शनि शुभ होते हे ।

 

अनिष्ट ग्रहो के तुरंत फल देने वाले उपाय 

धनु लग्न : इस लग्न राशि के लिए मंगल , सूर्य शुभ हे , बुध, शुक्र चन्द्र और शनि अशुभ व गुरु सम हे ।

मकर लग्न : इस लग्न राशि के लिए मंगल, शुक्र और बुध , शनि सम और , गुरु  चन्द्र, सूर्य अशुभ होते हे ।

कुम्भ लग्न : इस लग्न राशि के लिए मंगल , बुध,सूर्य और शुक्र शुभ, चन्द्र और गुरु अशुभ व शनि सम हे । 

मीन लग्न : इस लग्न के लिए चन्द्र, मंगल शुभ , बुध , शुक्र , सूर्य , शनि असुभ और गुरु होता हे ।

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