मेष राशि : ज्योतिष की नजर से

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मेष राशि : ज्योतिष की नजर से 


मेष राशि , राशि चक्र की क्रम से प्रथम राशि हे , यह पुरुष राशि हे , यह स्वभाव एवं अग्नि प्रधान हे , यह उष्ण स्वभाव , रक्त वर्ण , चतुष्पाद , दृढ़ , क्रूर , पित्वर्धक म अधिक शब्द प्रिय , प्वार्त्चरी , पित वर्ण , पूर्व दिशा की स्वामी हे । यह क्षत्रिय वर्ण , कान्ति रहित , समांगी एवं कम संतानोप्ति करने वाली हे । इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल हे । यह स्वभावगत क्रूर , रक्त वर्ण , क्रोधी , पित प्रकृति एवं उदार स्वभाव हे । सूर्य इसमे उच्च का , शनि नीच का होता हे । घेहु , अलसी , मसूर इस राशि के धान्य हे । यह उनी वस्त्र , भूमि पर होने वाली औषधियो  की सूचिक के । भागयेश गुरु , लाभेष शनि एवं धनेश शुक्र हे । 

मेष राशि वाले व्यक्ति का कद मझला, शरीर पतला , किन्तु सुगठित , रंग घेहुया व साफ होता हे , परंतु रंगरूप अधिक चिकना चुपड़ा नहीं होता । गला एवं मुह कुछ लंबा , भावो पर घने बाल , सिर के बाल रूखे सूखे होते हे । मेष राशि वाले अच्छे दबदबे वाले होते हे । इनकी दृष्टि बड़ी टिटखी और तेज होती हे ।

ये तेज मिजाज व फुर्तीले होते हे । यह बहुत महत्वाकांक्षी होते हे , इनमे साहस कूट कूट केआर भरा होता हे । हिम्मत तथा शक्ति कमाल की होती हे । यह किसी के अधीन रहकर कार्य करना पसंद नहीं करते । यह निडर एवं निर्भय होते हे । यह जोखिम के कार्य बड़ी कुशलता से करते हे । इनकी इच्छा शक्ति प्रबल होती हे , जिस कार्य के पीछे पद जाये पूरा करके ही छोडते हे । स्वतंत्र रूप से कार्य करना पसंद करते हे । खुशामद इन्हे खूब अच्छी लगती हे तथा आलोचना का यह बहुत बुरा मानते हे । इनमे उतावलापन होता हे , यह प्रत्येक कार्य मे जल्दबाज़ी करते हे । क्रोध इन्हे धीरे धीरे आता हे और धीरे धीरे जाता हे । इनमे चतुराई , कुशलता , न्यायक  कुशलता ,एवं दूसरों का सामना करने की पूरी शक्ति एवं साहस होता हे । इस तरह यह स्वाभिमानी , योद्धा परिश्रमी , साहसिक कामो मे निपुण माने जाते हे । 

मेष राशि की महिलाए तार्किक, संवेंदनशील , स्वार्थतातपर , होकर भी परमार्थ मे समानान्तर विचारो को महत्व देने वाली होती हे । आत्मीय एवं स्नेहिजनों के लिए अपनी पूरी शक्ति और जीवन न्योछावर करने को भी तैयार रहती हे । गृहस्थ जीवन को हर तरह से शांत व स्नेह - सुखमय बनाने की इच्छा रखती हे ।  भयानक बाधाओ को भी बेफिकरी से सहन कर लेती हे । यह अपने जीवन मे गंभीर रहती हुई भी अपने उतरदायित्व को अच्छी तरह से समझती हे । 

मेष राशि की महिलाए प्राय कुछ जिद्दी होती हे , यह चतुर , स्पस्टवादी , अनुशाशन प्रिय , साहशी , तथा सत्य के लिए संघर्ष करने को प्रयत्नशील रहती हे । यह कुछ मनमानी भी करती हे । जीवन मे संघर्ष करना पड़ता हे । यह प्राय आत्मनिर्भर भी बन जाती हे । यह अपनी प्र्संशा सुनने की बहुत इच्छुक होती हे । यह व्यवहार कुशल होती हे परंतु जीवन मे इन्हे जिद्दी एवं उतावलेपन स्वभाव के कारण हानी भी उठानी पड़ती हे । यह दोक्टर , सर्जन बनती हे । यह कथानक , शिल्प - कला , संगीत और प्रकाशन मे भी स्वाभाविक रुचि रखती हे । एसी महिलाए अपनी योग्यता को व्यापार , विक्रय और विज्ञापन आदि मे प्रयोग करके लाभ कमा सकती हे । मेष राशि की जातक अपनी शारीरिक शक्तियों को खेलकुद , एरोविक , ऐथिलेटिक्स , और कोचिंग आदि मे भी लगा सकती हे । मेष राशि की स्त्रियो को कभी साहस नहीं छोडना चाहिए और न ही निष्क्रिय और उदास रहना चाहिए 


आर्थिक लाभ एवं व्यसाय : मेष राशि चर राशि हे , और इसके जातक यात्रा, टूर करना , और सेर सपाटा पसंद करते हे , यात्राये तो करनी पड़ती हे , यह दूर दराज के अच्छे स्थानो मे घूमने के शौकीन होते हे ।

इनकी आर्थिक लाभ परिवर्तन शील होती हे । जमीन जायदाद भी होती हे , और यह स्वयं मकान आदि अवशय बनाते हे क्योकि उनका लग्न एवं राशि स्वामी ग्रह ही भूमिपुत्र कहलता हे । जायदाद इनके पास अधिक मात्र मे होती हे । बचपन मे प्रगति कार्यो एवं सुख मे बाधाए आती हे । व्यापार एवं भागीदारी एवं जोखिम के कार्यो मे सफल रहते हे । यह प्रत्येक कठिन कार्य करने के इछूक रहते हे । शोध  कार्य , लेखन और भाषण आदि मे आफ्नै स्वाभाविक रुचि होती हे । 

मेष राशि के जातक क्रियाशील होते हे , और इनमे नेतृत्व के गुण तो होते ही हे । ये जोखिम , साहस , वफादारी ,एवं विशेष श्रम वाले कार्य करने मे रुचि रखते हे । ये डॉक्टर , सर्जन , इंजीनियर सफल रहते हे । विधयुत मशीनों , पुलिस , सेना , नेता , अभिनेता , विक्रेता , जासूस , सुधारक ,दलाल , इंस्पेक्टर , सलहकार ,निरीक्षक , लोहा , मशीनों संबंधी कार्य , खनिज , सीमेंट , कोयला, मेडिकल , स्टोर , छपखाना , वाहन चालक  आदि सफल रहते हे । 

भाग्य खुलने के वर्ष : मेष राशि के जातक का भाग्य खुलने का वर्ष 28 वा हे । कई बार 14-27 वर्ष की आयु मे भी भाग्य खुल जाता हे , मेष राशि वालो के लिए 27 से 40 वर्ष आयु व 56 से 61 वर्ष की आयु का समय भी निजी जीवन , उन्नति , धन लाभ , साहसपूर्वक , व्यवसाय की सिद्धि , नौकरी मे पदोनती  के लिए अच्छा रहता हे । 

शुभ रत्न : मेष राशि का शुभ रत्न मूंगा व धातु तांबा हे । अत: सवा चार रति मूंगा सोने की अंगूठी मे मंगलवार प्रात; दाहिने हाथ के मध्यमा या अनामिका धारण करे । 

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