बुध का बार भाव मे फल : ज्योतिष की नजर से ( राशिफल टूड़े )

बुध (ग्रह) - विकिपीडिया

बुध का गोचर फल : 


प्रथम भाव : जन्म राशि से प्रथम अर्थात जन्म राशि पर संचार करता हे तो धन हानी होती हे । बंधन का डर रहता हे । और छोटे छोटे विवादो एवं जघड़ो के कारण धन हानी होती हे । मान सम्मान मे कमी आती हे और आदर - सत्कार भी नहीं होता । सम्बन्धियो से हानी होती हे । यात्रा मे परेशानी का सामना करना पड़ता हे । व्यक्ति आमतौर पर अप्रिय शब्दो का भी प्रयोग करता हे । स्वभाव जघड़ालू हो जाता हे । किसी की गलत राय अथवा परामर्श से हानी उथनी पड़ती हे । शराब आदि की आदत बढ़ जाती हे । दण्ड की आशंका रहती हे । कल्पित कहानिया बनाने से अपनी ही हानी होती हे । स्वास्थय पक्ष भी परेशानी देता हे । 

दूसरा भाव : गोचरवश बुध जब द्वितीय भाव मे भ्रमण करता हे । तो धन लाभ होता हे । मान सम्मान की प्राप्ति होती हे । आनंद की वृद्धि होती हे । विध्या मे उन्नति होती हे । सम्बन्धियो से लाभ एवं धन प्राप्त होता हे । भाषण शक्ति एवं तर्क शती से व्यक्ति धन प्रपट करता हे । यात्रा द्वारा लाभ मिलता हे और अच्छे खाध्य पदार्थो की प्राप्ति होती हे । आभूषण मिलते हे मन प्रसन्न होता हे ।

तृतीय भाव : गोचरवश बुध जब चन्द्र राशि मे तृतीय संचार करता हे तो मित्रो से मेल मिलाप होता हे । व्यक्ति भय के कारण भयभीत रहता हे । शत्रुओ का भय लगा रहता हे । अरु व्यक्ति भय के कारण भागता फिरता हे । साहस मे कमी आती हे । बंधुजनों से जघड़ा और धनहानी होती हे । यात्रा मे परेशानी झेलनी पड़ती हे ।

चतुर्थ भाव : जब गोचर वश बुध चतुर्थ भाव मे संचार करता हे तो धन प्राप्ति होती हे । माता को सुख मिलता हे । और विध्या लाभ मिलता हे । जमीन जायदाद मे वृद्धि होती हे । गृहस्थ सुख होता हे । संतान एवं कुटुंब मे वृद्धि होती हे । अच्छे विधवानों तथा भद्र पुरुषो से तथा उच्च पदस्थ लोगो से मित्रता बढ़ती हे और सहायता मिलती हे । विध्या की प्राप्ति होती हे और राज दरबार अच्छा रहता हे ।

पंचम भाव : गोचर वश बुध जब पंचम भाव मे संचार करता हे तो मानसिक पीड़ा होती हे । अपनी स्त्री व पुत्रो से कलह होती हे । आर्थिक क्षेत्र मे परेशानी होती हे । योजनाओ पर किया गया विचार सफल नहीं होता । पराई स्त्री की कामना रहती हे । अन्य स्त्रीओ से प्रेम वार्ता होती हे । परंतु अधिकतर असफल रहती हे ।

षष्ठ भाव : जन्म राशि मे जब बुध गोचर वश षष्ठ भाव मे आता हे तो विजय प्राप्त होती हे । शत्रु दौड़ते नजर आते हे । मान - सम्मान प्राप्त होता हे । और लोकप्रियता बढ़ती हे । अच्छा शारीरिक और मानसिक सुख मिलता हे । परिश्रम का फल अवशय मिलता हे । धन और उतम वस्त्रो की प्राप्ति होती हे । लेखन तथा वाध्य कला मे ख्याति मिलती हे । अच्छी और मनोरंजक पुस्तके पढ़ने का अवसर मिलता हे । राशिफल 2020

सप्तम भाव : गोचरवश बुध जब जन्म राशि से सप्तम संचार करता हे तो विरोध का सामना करना पड़ता हे । सरकार की और से भय रहता हे और धन का नाश होता हे । यात्रा तथा व्यवसाय द्वारा लाभ नहीं होता । व्यक्ति चिंताओ से ग्रस्त रहता हे । घरेलू जगड़े की आशंका रहती हे । व्यक्ति निरुत्साही हो जाता हे । आलस्य का साथ रहता हे । और शरीर निस्तेज तथा पीड़ा युक्त रहता हे । पत्नी से विवाद रहता हे । मित्रो और सम्बन्धियो से मन मुटाव  एवं अनबन रहती हे ।
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अष्ठम भाव : अष्ठम भाव मे बुध जब गोचरवश संचार करता हे टोधन लाभहोता हे । पुत्र को सुख मिलता हे । प्रत्येक कार्य मे सफलता मिलती हे । और खुशी प्राप्त होती हे । शत्रुओ पर विजय प्राप्त होती हे । व्यक्ति की आर्थिक अरु सामाजिक परिस्थिति ऊंची आती हे । बुद्धि की बारीकी भी साथ देती हे । और व्यक्ति पूरी शक्ति का स्वामी बंता हे । अनुभव मे देखा गया हे की बुध जब गोचरवश अष्ठम आता हे तो कोई कानूनी या कोर्ट काचेरी अथवा एसी परेशानी आती हे । पाठक स्वयं इसका परीक्षण करे ।

नवम भाव : गोचरवश जब बुध नवम भाव मे संचार करता हे तो कार्यो मे विलंब, विध्न , बाधाए आती हे । यात्रा मे परेशानी , असुविधा , तथा हानी होती हे । धन और मान की हानी होती हे । सम्बन्धियो एवं भाइयो से वैमनस्य रहता हे। धर्म की बाटो मे बुराई ढूँढता हे तथा बेपरवाह रहता हे । बुजुर्गो का स्वास्थय बिगड़ जाता हे ।

दशम भाव : चन्द्र राशि अथवा जन्म राशि से जब बुध दशम भाव भ्रमण करता हे तो सब प्रकार के सुख लाता हे । मानसिक सुख के साथ साथ उतम गृह सुख भी प्राप्त होता हे । मान सम्मान मे वृद्धि होती हे । और सफलता मिलती हे । व्यक्ति जनहित कार्य करता हे । विधा का लाभ मिलता हे । किसी स्त्री से लाभ प्राप्त होता हे । व्यक्ति के नए पद की प्राप्ति होती हे । शत्रुओ की पराजय का सुख मिलता हे । व्यवसाय मे वृद्धि होती हे । नया नियुक्ति पत्र भी मिलता हे । रोजगार मे उन्नति होती हे ।

एकादश भाव : गोचरवश बुध जब एकादश भाव मे संचार करता हे तो धन मे वृद्धि होती हे । यश और सुख की प्राप्ति होती हे । मित्र और पारिवारिक सदस्यो से मेल मूलकात बढ़ती हे और उनसे सुख प्राप्त होता हे । संतान प्राप्ति होती हे और संतान का सुख मिलता हे । प्रेमी प्रेमिका मिलन होता हे और हर प्रकार का आराम मिलता हे । वाहन सुख प्राप्त होता हे । शुभ कार्यो मे प्रवृति बढ़ती हे । स्वस्थय अच्छा रहता हे । astrology in hindi.

बारवा भाव : जब बुध जन्म राशि से द्वादश भाव मे भ्रमण करता हे तो मान सम्मान को ठेस लगाने की आसंका रहती हे । धन तथा सुख की हानी होती हे । चित मे संताप रहता हे । रात की नींद उचाट रहती हे । मानसिक परेशानी बढ़ती हे । चेक अप हेतु अस्पताल जाना पद सकता हे । भोजन आदि मे अरुचि रहती हे । शारीरिक स्वास्थय अच्छा नहीं रहता । विवाद , जघड़े के कारण प्राय: सभी कार्यो मे हानी होती हे । शत्रुओ द्वारा अपमान तथा पराक्र्म का मौका आता हे । विध्या प्राप्ति मे विध्न पड़ता हे और विध्या मे हानी होती हे । 

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