किसे पहनना चाहिए मूंगा,
इसे धारण करने के नियम, सही विधि और लाभ
समुद्र में कई प्रकार की वनस्पति पाई जाती है। उन्हीं में से एक अनोखी वनस्पति 'मूंगा' है, जिसे काफ़ी शुभ और मंगल रत्न माना जाता है। जिन लोगों की कुण्डली में मंगल पापी होकर अशुभ फल देता है, उसे नियंत्रित करने के लिए मूंगा धारण करना चाहिए। मूंगा एक ऐसा रत्न है जिसे धारण करने से अनेकों प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं और हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है। आप मूंगे को अलग-अलग तरीके से पहन सकतें हैं।
मूंगा पहनने के लाभ-
मूंगे जैसे रत्न को आप बच्चों को भी पहना सकते हैं। जिस से आप अपने बच्चे को बुरी नज़र से बचा सकते हैं।
मूंगे को हमेशा सोने/चांदी या तॉबे में ही बच्चों को पहनना चाहिए। इसे धारण करने से बच्चों को नजर नहीं लगती। साथ ही भूत-प्रेत व बाहरी हवा का भय भी खत्म हो जाता है।
मूंगा व्यक्तिगत जीवन सही करने में भी बहुत मदद करता है। इसके धारण करने से ईर्ष्या दोष समाप्त होता है और व्यक्ति के अंदर साहस व आत्म-विश्वास बढ़ता है।
कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनसे जुड़े लोगों के लिए मूंगा बहुत शुभ होता है। जैसे की जो लोग मेडिकल क्षेत्र से जुड़े होते हैं उनके लिए मूंगा अत्यन्त लाभगकारी होता है।
मूंगा व्यक्ति के मानसिक तनाव और उदासी को दूर करने और उसपे काबू पाने में भी बहुत कारगर होता है। जिन लोगों को ऐसी परेशानी है उन्हें मूंगा अवश्य धारण करना चाहिए।
अगर किसी बच्चे को आलस्य बहुत सता रहा है तो उसे भी मूंगा उसकी राशि के हिसाब से पहनाएं। जिससे वो अपनी पढ़ाई और बाकी कामों पर अच्छी तरह ध्यान देगा।
यदि किसी व्यक्ति को खून/रक्त से सम्बन्धित कोई परेशानी है। तो उसे मूंगा धारण करना चाहिए।उन्हें मूंगा धारण करने पर बहुत फायदा मिलेगा।
मिर्गी तथा पीलिया रोगियों के लिए मूंगा पहनना बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होता है।
अलग-अलग वर्ग में काम करने वालों को मूंगा धारण करने से बहुत लाभ होता है। जो लोग पुलिस, आर्मी, डॉक्टर, प्रापर्टी का काम करने वाले, हथियार निर्माण करने वाले कामों से जुड़े होते हैं उन्हें मूंगा अवश्य धारण करना चाहिए।
कई राशियों के लिए मूंगा बहुत ज्यादा लाभकारी होता है, जैसे मेष, वृश्चिक, सिंह, धनु व मीन राशि के जातकों को मूंगा जरूर धारण करना चाहिए।
जो लोग लंबे समय से शुगर रोगी है। तो उन्हें मूंगा धारण करना चाहिए। मूंगा धारण करने से शुगर कंट्रोल में रहता है।
जिन्हें मॉसपशियों के दर्द की शिकायत है। उन लोगो के लिए भी मूंगा धारण करना काफ़ी मददगार साबित होगा।
मूगा धारण करने के नियम-
मूंगा केवल मंगलवार के दिन ही धारण करना चाहिए।
मूंगा हमेशा तर्जनी और अनामिका अंगुली में ही पहनना चाहिए।
मूंगा को कभी भी गोमेद, लहसुनिया, हरी व नीलम के साथ धारण नही करना चाहिए यह काफ़ी हानिकारक साबित हो सकता है।
मूंगे को चित्रा व मृगशिरा नक्षत्र में मंगलवार के दिन धारण कर सकते हैं।
मंगलवार व शनिवार को कभी भी नॉनवेज नहीं खाना चाहिए।
मूगा धारण करने की विधि-
जब भी मूंगा धारण करें धूम्रपान व नानवेज से दूरी बनाएं रखें।
सोमवार के दिन सुबह नहाने के बाद कच्चे दूध व गंगाजल में मूंगे को डाल दें।
मंगलवार की सुबह 108 बार ‘ऊॅ भौमाय नमः' मन्त्र का जाप करें और मूंगे को हनुमान जी के चरणों में रखकर प्रार्थना करें।
प्रार्थना करें की 'हे हनुमान जी आपकी कृपा से मूंगा रत्न धारण कर रहे हैं इसको धारण करने से हमारे सारे काम पूरे हों।
हनुमान जी से प्रार्थना करने के बाद पूरी विधि के साथ मूंगे को तर्जनी या अनामिका उंगली में पहन लें।
किसे पहनना चाहिए मूंगा,
इसे धारण करने के नियम, सही विधि और लाभ
समुद्र में कई प्रकार की वनस्पति पाई जाती है। उन्हीं में से एक अनोखी वनस्पति 'मूंगा' है, जिसे काफ़ी शुभ और मंगल रत्न माना जाता है। जिन लोगों की कुण्डली में मंगल पापी होकर अशुभ फल देता है, उसे नियंत्रित करने के लिए मूंगा धारण करना चाहिए। मूंगा एक ऐसा रत्न है जिसे धारण करने से अनेकों प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं और हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है। आप मूंगे को अलग-अलग तरीके से पहन सकतें हैं।
मूंगा पहनने के लाभ-
मूंगे जैसे रत्न को आप बच्चों को भी पहना सकते हैं। जिस से आप अपने बच्चे को बुरी नज़र से बचा सकते हैं।
मूंगे को हमेशा सोने/चांदी या तॉबे में ही बच्चों को पहनना चाहिए। इसे धारण करने से बच्चों को नजर नहीं लगती। साथ ही भूत-प्रेत व बाहरी हवा का भय भी खत्म हो जाता है।
मूंगा व्यक्तिगत जीवन सही करने में भी बहुत मदद करता है। इसके धारण करने से ईर्ष्या दोष समाप्त होता है और व्यक्ति के अंदर साहस व आत्म-विश्वास बढ़ता है।
कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनसे जुड़े लोगों के लिए मूंगा बहुत शुभ होता है। जैसे की जो लोग मेडिकल क्षेत्र से जुड़े होते हैं उनके लिए मूंगा अत्यन्त लाभगकारी होता है।
मूंगा व्यक्ति के मानसिक तनाव और उदासी को दूर करने और उसपे काबू पाने में भी बहुत कारगर होता है। जिन लोगों को ऐसी परेशानी है उन्हें मूंगा अवश्य धारण करना चाहिए।
अगर किसी बच्चे को आलस्य बहुत सता रहा है तो उसे भी मूंगा उसकी राशि के हिसाब से पहनाएं। जिससे वो अपनी पढ़ाई और बाकी कामों पर अच्छी तरह ध्यान देगा।
यदि किसी व्यक्ति को खून/रक्त से सम्बन्धित कोई परेशानी है। तो उसे मूंगा धारण करना चाहिए।उन्हें मूंगा धारण करने पर बहुत फायदा मिलेगा।
मिर्गी तथा पीलिया रोगियों के लिए मूंगा पहनना बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होता है।
अलग-अलग वर्ग में काम करने वालों को मूंगा धारण करने से बहुत लाभ होता है। जो लोग पुलिस, आर्मी, डॉक्टर, प्रापर्टी का काम करने वाले, हथियार निर्माण करने वाले कामों से जुड़े होते हैं उन्हें मूंगा अवश्य धारण करना चाहिए।
कई राशियों के लिए मूंगा बहुत ज्यादा लाभकारी होता है, जैसे मेष, वृश्चिक, सिंह, धनु व मीन राशि के जातकों को मूंगा जरूर धारण करना चाहिए।
जो लोग लंबे समय से शुगर रोगी है। तो उन्हें मूंगा धारण करना चाहिए। मूंगा धारण करने से शुगर कंट्रोल में रहता है।
जिन्हें मॉसपशियों के दर्द की शिकायत है। उन लोगो के लिए भी मूंगा धारण करना काफ़ी मददगार साबित होगा।
मूंगा धारण करने के नियम-
मूंगा केवल मंगलवार के दिन ही धारण करना चाहिए।
मूंगा हमेशा तर्जनी और अनामिका अंगुली में ही पहनना चाहिए।
मूंगा को कभी भी गोमेद, लहसुनिया, हरी व नीलम के साथ धारण नही करना चाहिए यह काफ़ी हानिकारक साबित हो सकता है।
मूंगे को चित्रा व मृगशिरा नक्षत्र में मंगलवार के दिन धारण कर सकते हैं।
मंगलवार व शनिवार को कभी भी नॉनवेज नहीं खाना चाहिए।
मूंगा धारण करने की विधि-
जब भी मूंगा धारण करें धूम्रपान व नानवेज से दूरी बनाएं रखें।
सोमवार के दिन सुबह नहाने के बाद कच्चे दूध व गंगाजल में मूंगे को डाल दें।
मंगलवार की सुबह 108 बार ‘ऊॅ भौमाय नमः' मन्त्र का जाप करें और मूंगे को हनुमान जी के चरणों में रखकर प्रार्थना करें।
प्रार्थना करें की 'हे हनुमान जी आपकी कृपा से मूंगा रत्न धारण कर रहे हैं इसको धारण करने से हमारे सारे काम पूरे हों।
हनुमान जी से प्रार्थना करने के बाद पूरी विधि के साथ मूंगे को तर्जनी या अनामिका उंगली में पहन लें।
1 टिप्पणियाँ
Ati Uttam Jaankari
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